एक ब्लॉक संसाधन केंद्र और न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र की जिम्मेदारियाँ

एक ब्लॉक संसाधन केंद्र और  न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र की जिम्मेदारियाँ 

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रदेश में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का संचालन एवं प्रबन्धन परिषद के गठन वर्ष 1972 से किया जा रहा है। विकास खण्ड स्तर पर ब्लाक संसाधन केन्द्र (BRC), बेसिक शिक्षकों के लिये प्रशिक्षण तथा कार्यशाला का आयोजन करके शैक्षिक सहायता उपलब्ध कराता है।

ब्लाक संसाधन केन्द्र पर शैक्षिक प्रशासन तथा शैक्षिक पर्यवेक्षण का कार्य खण्ड शिक्षा अधिकारी के द्वारा सम्पादित किया जाता है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परियोजना के अंतर्गत, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और जिला स्तर पर शैक्षिक गतिविधियों को तेज करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक संसाधन केंद्र और न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र (NPRC) स्तर पर भी स्कूल में गुणवत्ता सुधार के उपायों की व्यापक विविधता के प्रबंधन में अकादमिक सहायता और शिक्षक और विद्यालयों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका व मार्गदर्शन प्रदान करने के एकमात्र उद्देश्य से स्थापित किया गया है।

ब्लाक स्तर पर ब्लाक संसाधन केन्द्र ( बीआरसी) तथा समष्टि/ समूह ( क्लस्टर) स्तर पर न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र ( एनपीआरसी) नियमित रूप से शैक्षिक समर्थन प्रदान कर रहे हैं, अध्यापक प्रशिक्षण संचालित कर रहे हैं, कार्यशालाओं, बैठकों तथा समकक्षीय शिक्षा के केंद्र के साथ- साथ उत्कृष्ट व्यवहार की सहभागिता का अनुश्रवण कर रहे हैं।

पूर्व में सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी के उत्तरदायित्वों में शैक्षिक स्तर का निरीक्षण एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा स्तर सुनियोजित करना था। किन्तु विद्यालयों की संख्या एवं छात्रों के पंजीयन में एकाएक वृद्धि हो जाने के कारण शैक्षिक जगत की स्थितियां बेसिक शिक्षा अधिकारी के नियन्त्रण शक्ति से परे होने लगीं, जिसके फलस्वरूप शिक्षा जगत में संकट की स्थितियां उत्पन्न हो गयीं। अतः ऐसी असामान्य स्थिति के संशोधन हेतु कोठारी आयोग ने विद्यालय को समष्टि/ समूह के रूप में परिकल्पिक करते हुये " विद्यालय क्लस्टर" ( विद्यालय समष्टि) की अवधारणा के आधार पर प्रत्येक विद्यालय में एक " समिती" गठन का परामर्श दिया, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता एवं विद्या अर्जन की उपलब्धियों में अभिवृद्धि हो सके।

उ0 प्र0 बेसिक परियोजना के अन्तर्गत डीआईईटीएस (DIETs) का उत्तरदायित्व जनपद स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता में अभिवृद्धि करना एवं शैक्षिक गतिविधियों को द्रुत गति प्रदान करना है। ब्लाक स्तर पर ब्लाक संसाधन केन्द्र एवं एनपीआरसी स्तर पर न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र शैक्षिक गतिविधियों को समर्थन देने, अध्यापकों एवं विद्यालयों का मार्गदर्शन करने एवं विद्यालय स्तर पर वैविध्यपूर्ण गुणवत्ता अभिवृद्धि हेतु प्रबन्धन में हस्तक्षेप करने के उद्देष्य से स्थापित किये गये हैं। परियोजना के अन्तर्गत एनपीआरसी कोठारी आयोग के विद्यालय समष्टि/ समूह ( विद्यालय क्लस्टर) की परिकल्पना को अभिव्यक्त करते हैं।

बीआरसी एवं एन बी पी आर सी के आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु यथेष्ट भौतिक एवं आर्थिक संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं। यथा - इन्हें टी 0 वी 0, वी 0 सी 0 आर 0, जेनरेटर सेट, दृष्य - श्रव्य सामग्री, पुस्तकें, पत्रिकायें, टाट - पट्टी, दरी, कुर्सियां, मेज, अलमारी, आकस्मिकता सामग्री, यात्रा भत्ता एवं दैनिक भत्ता आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। इस हेतु वित्त समिति है, एबीएसए समिति के अध्यक्ष हैं जो वित्त समिति के सहयोग से धन व्यय हेतु अधिकृत हैं। इस प्रकार से बीआरसी एवं एनपीआरसी उपयुक्त भवनों में कार्यरत है और समस्त संसाधनों सहित शैक्षिक क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे हैं। इन केन्द्रों में संगीत के उपकरण भी स्थापित हैं जिनकी सहायता से बीआरसी एवं एनपीआरसी समन्वयक अध्यापकों को ग्रामीण क्षेत्रों में उपयुक्त वातावरण को सृजित करने में सहयोग करते हैं। बीआरसी एवं एनपीआरसी समन्वयक महिलाओं व पुरूषों के निमित्त कार्यक्रमों  के समाधान हेतु अभियान का भी प्रबन्धन कर सकते हैं। इस प्रकार से बीआरसी एवं एनपीआरसी बच्चों की विद्यार्जन प्रक्रिया एवं उनकी हर क्षेत्र की प्रोन्नति हेतु निरन्तर कार्यरत हैं।


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